बुधवार, 29 फ़रवरी 2012

फिट्टे मुह!फिर घर फोन मिल गया......!!!!(कुँवर जी)



फोन की घंटी बजती है.......बजती रहती है...... और फिर तंग आकर श्रीमती जी को फोन उठाना ही पड़ता है!उधर से बहुत ही प्यार और दुलार भरी आवाज आती है..."जान.... काफी देर से कॉल नहीं की थी...सोचा आप मिस कर रही होंगी सो कॉल कर ली,कैसी हो.!"


श्रीमती जी तनी भृकुटियो को थोडा आराम देते हुए..."मै तो ठीक हूँ, वो पंद्रह मिनट पहले जो गाली-गलौच की जा रही थी उसका क्या.....????

उधर से.."फिट्टे मुह!फिर घर फोन मिल गया......!!!!


राम राम जी,
कुँवर जी, 

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